आजादी गाथा...

गणतंत्र की ७५ वीं वर्षगांठ पर… 🇮🇳,🌹 🇮🇳 आजादी गाथा** के पछहत्तर खंभे!! ऐ मेरे वतन के लोगों, ना करो कोई नादानी। मुश्किल से मिली आजादी, फेरो ना उस पर पानी। (1) तैतीस कोटि, क्षुब्ध हृदय ने, जब अपने मन में, ठानी। तब जाकर मिली, आजादी, कितनी, देनी पड़ी कुर्बानी। (2) व्यापार का झांसा देकर, अंग्रेज इस चमन में ...