संदेश

विरेन्द्र शर्मा "अनुज" जी की कविताएं लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

तलाशी

चित्र
  ।।तलाशी।। शिक्षक  शिष्य  की,  बात   चली  तो, एक    वाकिया  आज,  बतलाता   हूं। शिक्षक   शिष्य  के, मधुर  रिश्ते   का, एक   अनुपम   दर्शन,   करवाता   हूं। शिक्षक जी के, क्लास  में   एक  दिन, एक   छात्र   की,   घड़ी    हुई   चोरी। घड़ी   रखी    थी,  टेबल   पर    जब, किसी  छात्र ने  ही, हाथ  उसमे  फेरी। हुई    शिकायत,   कक्षा   शिक्षक   से, उन्होंने  शीघ्र, घटना का  लिया संज्ञान। सब  बच्चों  को, कमरे  में  रोक लिया, तलाशी  का  शुरू,   किया  अभियान। बोले सब  कर लो, अपनी  आंखें  बंद, एक  एक  की  अभी,  तलाशी   लूंगा। हिदायत  बस  कोई,  न  खोले  आंख, तलाशी  न जब...