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पानी की पुकार

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  पानी की पुकार पानी-पानी करती धरती, सूखा पड़ा हर गाँव, बूंद-बूंद को तरस रहे हम, कौन सुनेगी आवाज़? कुएं-तालाब सूख गए सब, नदियां भी अब मौन, गहराई में खो गया जीवन, किस ओर बढ़े यह कौन? बूंद-बूंद जब सोना थी, तब हमने इसे बहाया, अब 1100 फीट में भी सूखा, हमने क्या पाया? संभलो अभी भी वक़्त है, जल को बचाने का, वरना कल पछताओगे, प्यास बुझाने का। धरती माँ की गोद बचाओ, पानी को सम्मान दो, सहेज लो हर बूंद को अब, जीवन को वरदान दो।

ये वृक्ष भी उम्रदराज हो गए

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जीवन के उस  पड़ाव के बारे में लिख रहा हूँ जब एक व्यक्ति अपनी ज़िम्मेदारियों को निभाता निभाता बूढ़ा हो चलता है। उस व्यक्ति को वृक्ष के माध्यम से चित्रित करने का प्रयास किया है। और चिड़ियों-पत्तियों को बच्चे व रिश्तेदारों की उपमा दी है।  ये वृक्ष भी उम्रदराज हो गए छावं देने के बदले छावं को ही मोहताज हो गए चिड़ियों ने भी अब आना बंद कर दिया डाल पर चहचहाना बंद कर दिया अब टहनियां भी ज़मीन से नाता जोड़ने लगीं पत्तियां भी धीरे धीरे सांथ छोड़ने लगीं जिनके पत्तों के नीचे होती थी घनी छाँव वो ही आज छाँव को मोहताज होने लगी पर एक चीज है जड़ें आज भी मजबूत हैं आंधी तूफ़ान में अडिग अचल खड़ी हैं खासियत जड़ों की मिटटी को बांधे हुए है तूफ़ान में भी खुद को सम्हाले हुए है उम्मीद है की वो बसंत फिर से आएगा रौनक लौटेगा और वृक्ष फिर से खिलखिलाएगा. Upendra Agrawal "Aarya"

आए हैं राजा राम

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स्वागत है आपका आए हैं राजा राम पधारे हैं राजा राम, विराजे हैं श्री राम भेंट मिठाई बांटिए, आए हैं राजा राम मिलकर खुशी मनाइये, आए हैं राजा राम पधारे हैं राजा राम, विराजे हैं श्री राम फूल से अंगना महकाइये,  आए हैं राजा राम रंगो से द्वार सजाइए, आए हैं राजा राम पधारे हैं राजा राम, विराजे हैं श्री राम छप्पन भोग लगाइए, आए हैं राजा राम माथे तिलक लगाइये, आए हैं राजा राम पधारे हैं राजा राम, विराजे हैं श्री राम आरती की थाल सजाइए, आए हैं राजा राम ढोल नगाड़े बजाइए, आए हैं राजा राम पधारे हैं राजा राम, विराजे हैं श्री राम सीता जी संग लाए हैं, आए हैं राजा राम वानर दल उठ आए हैं, आए हैं राजा राम पधारे हैं राजा राम, विराजे हैं श्री राम आए थे जिस प्रेम से शबरी के श्री राम, उसी प्रेम से आए हैं मेरी कुटिया में राम अहिल्या के श्री राम, केवट के श्रीराम, दशरथ के श्री राम, कैकई के श्री राम स्वागत है आपका आए हैं राजा राम पधारे हैं राजा राम, विराजे हैं श्री राम