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ट्वेन्टी ट्वेन्टी वर्ल्ड कप की लख लख बधाइयां

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दो हजार चौबीस उनत्तीस जून। कैरेबियाई जमीं पर भारतीय जुनून।। पहले विराट की विराट पारी। फिर ट्वेन्टी ट्वेन्टी से सन्यास की बारी।। सूर्य कुमार यादव का जबरदस्त कैच। छीन लिया पंजे में फंसा हुआ मैच।। विराट, अक्षर और शिवम की बल्लेबाजी। बुमराह, अर्शदीप और हार्दिक के गेंदबाजी।। बेकार नही गए रोहित शर्मा के आंसू। भारत का प्रदर्शन रहा शानदार धांसू।। वर्ल्ड कप हाथ में, खिलखिलाते चेहरे थे। देश के विजयी क्षण आंखों में गहरे थे।। करो स्वागत, विजेताओं का, बजाओ शहनाइयां। ट्वेन्टी ट्वेन्टी वर्ल्ड कप की लख लख बधाइयां।।

हो गर महफिल सजी और मंच पर तुम हो

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हो गर महफिल सजी और मंच पर तुम हो, गजल उम्मीद से लबरेज गा देना। तुम्हारा नाम भी गूंजे फिजाओं मे, कुछ ऐसा काम तुम करके दिखा देना।। बहुत उम्मीद‌ है मां बाप को तुमसे, न उनका नाम मिटटी में मिला देना। अगर तुमने किया अहसान लोगों पर, तो नेकी कर के दरिया में बहा देना।। बहुत मजलूम भी इन बस्तीयों में हैं, हो मुमकिन तो उन्हें थोड़ा हँसा देना। यहाँ कुछ हैं कि जो सोए है सदियों से, जरा सा शोर कर उनको जगा देना।। अगर मिलना हो मुझसे इतना बस करना, कि मेरा नाम लोगों को बता देना। जनाजा ही फकत सच है जमाने में, हो जिंदा जब तलक सबको दुआ देना।। बहुत मुश्किल से होता है यकीं हासिल, किसी को जिन्दगी में ना दगा देना। बहुत रोड़े पड़े हैं तेरी राहों मे, उन्हें सीखो मुहब्बत से हटा देना।। यही अच्छा कि बातों से सुलझ जाए, बहुत आसान शोलों को हवा देना।। किसी की जिन्दगी का नूर गर तुम हो, तो उसको भूलकर भी ना भुला देना।। मुआफी भी तो होती है जमाने में, जरूरी तो नहीं सबको सजा देना। जिन्होंने अब तलक पाला तुम्हें देकर के खूँ, नहीं अच्छा उन्हें घर से भगा देना।।

कौन हैं ये लोग

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संयम ने मुझ‌को मौन किया, क्रोध ने छीने लोग। संघर्ष ने बल दिया, तनाव ने दिया है रोग।। सारा खेल इच्छाओं का है, वरना सब संयोग। जो मिला उससे खुश नहीं, जो नहीं उसका वियोग।। मैं मानव, अपनें दायरे से ज्यादा मांगू। तभी शायद, लगता है तन को रोग।। मुझे मानना होगा सत्य, समय और प्रत्यक्ष लोग। जरा पहचानना होगा, मुझे उदास करने वाले, कौन हैं ये लोग।।

ये मेरी जिन्दगी की कहानी है

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कतरा कतरा मुट्ठी से सरकती रेत है। बिन बादल बिन बारिश के बंजर खेत है।। ये मेरी जिन्दगी की कहानी है......... खालीपन है मेरी किस्मत और मेरे दरमियां। रस्ता कैसे ढूंढू मेरे हर तरफ है धुआं।। ये मेरी जिन्दगी की कहानी है......... गुलशन मेरा जीवन है पर खुशबू लापता। जीने की कोई वजह नहीं मैं फिर भी जी रहा।। हँसी होठों पे आंखों में पानी है। ये मेरी जिन्दगी की कहानी है............ ढूंढा जिसको जीवन भर वो मंजिल है कहां। बिन मंजिल बिन रस्ते के मैं चलता जा रहा।। जिन्दगी ने कहां मेरी मानी है। ये मेरी जिन्दगी की कहानी है............