ये मेरी जिन्दगी की कहानी है
कतरा कतरा मुट्ठी से सरकती रेत है।
बिन बादल बिन बारिश के बंजर खेत है।।
ये मेरी जिन्दगी की कहानी है.........
खालीपन है मेरी किस्मत और मेरे दरमियां।
रस्ता कैसे ढूंढू मेरे हर तरफ है धुआं।।
ये मेरी जिन्दगी की कहानी है.........
गुलशन मेरा जीवन है पर खुशबू लापता।
जीने की कोई वजह नहीं मैं फिर भी जी रहा।।
हँसी होठों पे आंखों में पानी है।
ये मेरी जिन्दगी की कहानी है............
ढूंढा जिसको जीवन भर वो मंजिल है कहां।
बिन मंजिल बिन रस्ते के मैं चलता जा रहा।।
जिन्दगी ने कहां मेरी मानी है।
ये मेरी जिन्दगी की कहानी है............
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