शून्य
मैं शून्य क्यों मानती हूँ अपने आप को।
आओ बताऊं कविता में अपने इतिहास को।।
मेरी आन, बान, शान भारत मेरा देश है।
जन्म स्थान बिहार जो मेरे लिए विशेष है।।
94,163 वर्ग किमी क्षेत्रफल वाले बिहार में मैं अनीता शून्य हूँ।
भारत के 2.86 प्रतिशत मानवों में मैं शून्य हूँ।।
राज्यों के क्षेत्रफल में 12 वाँ इसका स्थान है।
उत्तरी दिशा नेपाल से सटे मधुबनी के गांव अरेर में मेरा जहान है।।
173 फिट 53 मीटर समुद्र से बिहार की ऊंचाई है।
लम्बाई 345 किमी और 483 किमी. चौड़ाई है।।
शून्य से कम कुछ नहीं इसलिए खुद को मैं जीरो मानती हूँ।
जीरो से हीरो का सफर तय निश्चित होगा ऐसा मैं मानती हूँ।।
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