झट यकीं न करो
**झट यकीं न करो**
कोई तस्वीर देख कर,
झट यकीं न करो।
आवाज भी सुनकर,
झट यकीं न करो।
चलचित्र देखकर भी,
झट यकीं न करो।
धोखे का जमाना है,
किसी धोखे, में न पड़ो।
किसी के मरने की झूठी,
खबर उड़ा, देते हैं अब लोग।
मुर्दे को भी, चलता फिरता,
दिखा, देते हैं अब लोग।
तहकीकात कर लो पूरी,
खबर साझा, करने से पहले।
फरेब का जमाना है,
अपनी आंखे, खुली रखो।
आंख बंद कर,किसी पर भी,
झट यकीं न करो।
✍️ विरेन्द्र शर्मा
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