ये चेहरे
**ये चेहरे**
कुछ चेहरों ने, मुझे रुलाया है,
कुछ चेहरों ने, बहुत हंसाया है।
कुछ चेहरों ने, बहुत डराया है,
कुछ चेहरों ने, आस बंधाया है।
कुछ चेहरों से, बड़ा खौफ होता,
कुछ चेहरे, अपने से लगते।
कुछ चेहरे, जाने पहचाने लगते,
कुछ जान के, अनजाने लगते।
कुछ चेहरे तो, दर्पण से लगते,
कुछ पत्थर के, बुत से लगते।
कुछ चेहरे, जीवंत से दिखते,
कुछ चेहरे, सदा उदास दिखते।
कुछ चेहरे, रौबदार दिखते,
कुछ चेहरे, वीभत्स से लगते।
कुछ चेहरे, राजदार लगते,
कुछ चेहरे, दिव्य से लगते।
कुछ चेहरे, प्यारे से लगते,
कुछ चेहरे, न्यारे से लगते।
कुछ चेहरे, बड़े सौम्य दिखते,
कुछ चेहरे, बेचारे से लगते।
इतनी, विविधताओं से भरे,
न जाने अनगिनत, चेहरे हैं।
जब राज खुला, तो ज्ञात हुआ,
सारे के सारे, मेरे ही चेहरे हैं।
✍️ विरेन्द्र शर्मा
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