कुछ हो कारोबार, जाती, धर्म, परिवार पहले मातृभूमि से लगाव होना चाहिए। जिंदगी की कीमत, समझें इसकी जरूरत इसके लिए थोड़ा तो अभाव होना चाहिए। हो गए हो बोर, सुन के एक जैसा शोर जिंदगी में कुछ तो बदलाव होना चाहिए। सुन्दर ऊपर से ही, मायने कोई नहीं भीतर से श्रृंगार और बनाव होना चाहिए। खाली है जेहन, कुविचारों का मनन सुन्दर ख्यालातों का भराव होना चाहिए। जो भी तुझको देखे, तुझसे कुछ ना कुछ तो सीखे तुझसे प्रेरणा का ऐसा स्राव होना चाहिए। छोड़ लालच, लोभ, हो, बिना किसी क्षोभ दुनिया में कहीं भी गर चुनाव होना चाहिए। यही सबका मंत्र, जिएं सारे ही स्वतंत्र किसी का न किसी पे दबाव होना चाहिए। रुकना नहीं तू, प्यारे, थकना नहीं तू जिंदगी में नदी सा बहाव होना चाहिए। हो जाए आसान, झोंक, दे तू यदि जान लक्ष्य के प्रति ही तेरा चाव होना चाहिए। जो भी लगे सच्चा, व्यवहार तुझे अच्छा औरों के प्रति तेरा वो भाव होना चाहिए। जो ना दे सम्मान, करे तेरा अपमान तुरत ही उससे अलगाव होना चाहिए। राजनीति साथ, या फिर कुश्ती की हो बात उल्टा ना पड़ जाए ऐसा दांव होना चाहिए। मेहनतकश किसान, दे, जुझारू जवान ऐसा देश का हर एक गांव होना चाहिए। राज ...
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