उठो, सवेरा हुआ है।

उठो, सवेरा हुआ है।
जागो, नया दिन आया है।
प्रभात, किरणों की चादर ओढ़,
नयी उमंगों की लहर लाया है।
आसमान कुछ नीला हो गया,
सूरज नयी किरणें बिखेर रहा है।
चिड़िया चहचहा कर गीत गा रही है,
प्रकृति सबको नवीन ऊर्जा दे रही है।
उठो, अपनी आंखें खोलो,
नयी सोच और नया अंदाज ढूँढो।
अपने सपनों की दुनिया में खो जाओ,
जीवन की नयी उड़ान पर निकलो।
प्रकाश साफ दृष्टिकोण लाया है,
आओ, नए नजरिए के साथ नयी शुरुआत करें।
सुबह की इस पावन खुशियों के साथ,
जीवन को सुंदर सपनों और प्रयास से भर दें।
उठो, सवेरा हुआ है।
जागो, नया दिन आया है।
प्रभात, किरणों की चादर ओढ़,
नयी उमंगों की लहर लाया है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें