माँ की रचना


 

माँ की रचना


ईश्वर ने प्रेम बांटने के लिए की माँ की रचना।
कौन था वो जिसने बिगाड़ दी माँ की संरचना।।


धरती, गाय, स्त्री सबको माँ की रचना माना गया है।
फिर क्यों यह पाप?
गौ-हत्या और बेटी-बहु को मारा गया है।।


माँ की रचना के साथ प्रेम, एकता, परिवार बनाया गया है।
फिर क्यों माँ के रहते ही,
स्त्री के मन में डर और मानसिक तनाव बढ़ाया गया है।।


यदि आपकी माँ सम्मान, प्रेम और दया की पात्र है।
याद रहे,
मैं और मेरी माँ भी सम्मान, प्रेम और दया की पात्र हैं।।


मैं और सिर्फ़ मैं का अभिमान करने वालों ने,
बदल दी माँ की रचना।
दुर्भाग्य,
माँ होते हुए भी स्त्री ने खुद ही,
बदल दी माँ की संरचना॥

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